Pg full form
किसी भी सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री हासिल करने के लिए 2 वर्ष का समय लगता है। लेकिन ग्रेजुएशन डिग्री यानी कि अंडर ग्रेजुएट कोर्स को करने में अधिकतम 3 वर्ष का समय लगता है। अगर पोस्ट ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर या सेकंड ईयर में अगर कोई छात्र फेल हो जाता है तो उसे 2 साल से अधिक समय भी लग सकता है।
हेल्लो दोस्तों!!
आपका बहुत बहुत स्वागत है हमारी इस पोस्ट में। क्या आप भी इसी सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि PG का क्या मतलब होता है? Pg full form क्या होती है? तो यह पोस्ट केवल आपके लिए ही लिखी गई है। इस पोस्ट में हम बात करेंगे PG की फुल फॉर्म के बारे में, व PG क्या होता है, आदि। आज हम आपको PG से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी देंगे। PG से जुड़े आपके सारे डाउट इस पोस्ट को पढ़ने के बाद क्लियर हो जाएंगे।
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दोस्तों अगर आप 10वी या 12वीं कक्षा में है तो आपने कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए UG और PG के बारे में जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि PG की फुल फॉर्म क्या होती है। दोस्तों आप तो जानते ही हैं कि कॉलेज से हम ग्रेजुएशन करते हैं जिसे हम UG कहते हैं इसकी फुल फॉर्म होती है अंडर ग्रेजुएट ( Under graduate)। अंडर ग्रेजुएट के बाद किए जाने वाला ही PG कहलाता है। आइए दोस्तों सबसे पहले जानते हैं कि PG की क्या फुल फॉर्म होती है।
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PG full form क्या होती है?
PG की फुल फॉर्म होती है Post graduation (पोस्ट ग्रेजुएशन) जिसे हम अपनी हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर कहते हैं। पीजी में आने वाले कोर्स को मास्टर्स कोर्स भी कहा जाता है, जैसे कि MA मतलब मास्टर ऑफ आर्ट्स, MSc मतलब मास्टर ऑफ साइंस MCom मतलब मास्टर ऑफ कॉमर्स आदि। आइए अब थोड़ा और विस्तार से जानते हैं कि PG क्या होता है।PG का मतलब क्या होता है?
जब भी कोई छात्र स्कूल की पढ़ाई पूरी करके कॉलेज में प्रवेश करता है तब वह सबसे पहले यूजी कोर्स करता है यानी कि अंडर ग्रेजुएशन कोर्स। अंडर ग्रेजुएट में आने वाले सभी कोर्स को हम बैचलर कोर्स भी कहते हैं। अंडर ग्रैजुएट कोर्स पूरा करने के बाद कई छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई करते हैं। PG के अंतर्गत आने वाले कोर्स को हम मास्टर्स कोर्स कहते है। PG में कई कोर्स आते हैं जैसे कि MA, MSc, MCom आदि। PG भी एक तरीके से ग्रेजुएशन डिग्री होती है जिसे यू जी के बाद किया जाता है। PG करने से पहले UG करना अनिवार्य होता है। दरअसल देखा जाए तो कोई भी छात्र UG करने के बाद ही PG में प्रवेश ले सकता है। UG और PG में से PG की मान्यता अधिक होती है एवं PG डिग्री होने से नौकरी के कई और अवसर खुल जाते हैं।
एक और जहां UG में हम 3 ऑप्शनल सब्जेक्ट लेते हैं और कुछ अनिवार्य सब्जेक्ट लेते हैं जैसे कि हिंदी, इंग्लिश, कंप्यूटर, पर्यावरण आदि। वहीं PG में ऐसा नहीं होता। PG में हम केवल एक ही विषय लेते हैं जिसमें हम गहन अध्ययन करते हैं। किसी भी एक सब्जेक्ट में बारीकी से अध्ययन हम PG में करते हैं।
PG डिग्री कितने वर्ष की होती है?
PG डिग्री किन किन विषयों में होती है?
PG में हम अपने इंटरेस्ट का कोई एक विषय चुनते हैं, और उसी में बारीकी से अध्ययन करते हैं। PG डिग्री कई सारे विषयों में की जा सकती है लेकिन यह भी इस बात पर निर्भर करता है कि छात्र ने UG डिग्री किस में की है। अगर छात्र ने UG डिग्री आर्ट्स सब्जेक्ट से की है तो उसे PG डिग्री भी आर्ट्स के ही किसी सब्जेक्ट में करनी होती है। यही बात साइंस और कॉमर्स में भी लागू होती है। यहां नीचे हमने PG डिग्री करने के लिए कुछ सब्जेक्ट लिस्ट दी है:--- History
- Geography
- Economics
- Yoga
- English
- Hindi
- Maths
- Chemistry
- Physics
- Zoology
- Botany
- Psychology
इन विषयों में कोई भी छात्र 2 साल की PG डिग्री कर सकता है। इन सभी विषयों में से आप जिस भी विषय में अच्छे हो या जिस भी विषय में आपकी रूचि हो, वह विषय आप अपने UG कोर्स को ध्यान में रखते हुए चुन सकते हैं।